संकटमोचन


  
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।

 जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

No comments:

Post a Comment





Copyright © 2011 - 2020 all rights reserved www.my-lense-eye.blogspot.com/